नई दिल्ली. हमास के नेताओं ने अपने लोगों को निर्देश दिया है कि अगर उन्हें लगता है कि इजरायली सेना आगे बढ़ रही है, तो वे बंधकों को मार दें। इस आदेश के बाद पहले से ही अस्थिर स्थिति और भी गंभीर हो गई है। इजरायली अधिकारियों का हवाला देते हुए न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में बंधकों को रखने वाले हमास के सैनिकों को आदेश दिया गया है कि अगर उन्हें लगता है कि इजरायली सेना निकट आ रही है, तो वे बंधकों को गोली मार दें। हाल ही में इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने गाजा के नुसेरात से चार बंधकों को बचाया था। इजरायली अधिकारियों ने हमास के इस दावे को खारिज कर दिया है कि तीन बंधकों की मौत इजरायली हवाई हमलों में हुई थी। उनका कहना है कि इन मौतों के जिम्मेदार हमास के आतंकी ही हैं।
7 अक्टूबर को जब हमास के आतंकवादियों ने इजरायल पर हमले के बाद 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था, तब से बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार इन लोगों का पता लगाने और उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है। NYT की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी और इजरायली खुफिया और सैन्य विश्लेषकों का एक “फ्यूजन सेल” बंधकों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए ड्रोन और उपग्रहों का इस्तेमाल कर रहा है। इज़राइल अब तक सात बंधकों को बचाने में कामयाब रहा है लेकिन, कई लोग या तो संघर्ष के दौरान या अपहरणकर्ताओं के हाथों मारे गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र युद्ध विराम प्रस्ताव
इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सोमवार को गाजा में युद्ध विराम योजना का समर्थन करने वाले अमेरिका द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा प्रस्तुत यह मसौदा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के प्रस्ताव की अपील करता है। इसमें शामिल सभी पक्षों से “बिना किसी देरी और बिना किसी शर्त के इसकी शर्तों को पूरी तरह लागू करने” का आग्रह किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि इज़राइल ने युद्धविराम योजना पर सहमति जताई है और हमास से भी ऐसा करने का आह्वान किया है। हमास ने जवाब में कहा कि वह UNSC वोट का “स्वागत” करता है। इसके बावजूद, शांति का मार्ग चुनौतियों से भरा हुआ है। हमास के अधिकारियों ने मांग की है कि किसी भी युद्धविराम समझौते में संघर्ष के स्थायी अंत की गारंटी होनी चाहिए।
युद्धविराम का भविष्य अनिश्चित
हालांकि, युद्धविराम का भविष्य अनिश्चित है। प्रस्तावित योजना में छह सप्ताह का प्रारंभिक युद्धविराम शामिल है, जिसके दौरान इज़राइल गाजा के आबादी वाले केंद्रों से हट जाएगा, और हमास बंधकों को रिहा कर देगा। बातचीत का उद्देश्य युद्धविराम को आगे बढ़ाना और शत्रुता का स्थायी समाधान खोजना होगा। मतदान के बाद, इजरायली राजनयिक रीट शापिर बेन नफ्ताली ने दोहराया कि संघर्ष तभी समाप्त होगा जब इजरायल के लक्ष्य पूरे हो जाएंगे, जिसमें बंधकों की पूरी तरह रिहाई और हमास का खात्मा शामिल है। उन्होंने कहा, “हमास द्वारा कूटनीति के माध्यम से बंधकों को रिहा करने से इनकार करने से यह साबित हो गया है कि हमारे बंधकों को वापस लाने के प्रयास में सैन्य साधनों का भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए।”
संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने परिषद के उस निर्णय पर आशा व्यक्त की है, जिसमें युद्ध विराम को लागू करने का दायित्व इजरायल पर डाला गया है। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इस प्रस्ताव को गाजा में फिलिस्तीनियों के खिलाफ “नरसंहार के युद्ध” को खत्म करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है। 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले से शुरू हुए संघर्ष में दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए हैं। इजरायल के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, शुरुआती हमले में 1,194 लोग मारे गए थे। इजरायल के जवाबी हमलों में गाजा में कम से कम 37,124 लोगों की मौत हुई है, जिनमें अधिकतर नागरिक थे।
