रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक हथकंडों पर तीखा हमला बोला है। श्री उसेंडी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और लॉकडाउन के पालन में बुरी तरह विफल रही प्रदेश सरकार और कांग्रेस अब प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर झूठी शेखी बघारकर इस संकटकाल में भी अपने राजनीतिक चरित्र के प्रदर्शन से बाज नहीं आ रही है। कांग्रेस नेताओं को झूठ का रायता फैलाने की लत पड़ गई है जबकि भारतीय रेलवे प्रवासी मजदूरों को टिकट नहीं बेच रहा है बल्कि राज्य सरकारों से इस वर्ग के लिए केवल मानक किराया ले रहा है और सिर्फ उन्हीं यात्रियों को ट्रेन में बैठने दिया जा रहा है, जिनकी जानकारी राज्य सरकारें दे रही हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि भारतीय रेलवे ने जब पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि छत्तीसगढ़ समेत किसी भी राज्य के प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए रेलवे कोई टिकट नहीं बेचेगा और रेलवे की लागत की सिर्फ 15 प्रतिशत राशि ही राज्य सरकारों से ली जाएगी तो फिर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार नाखून कटाकर शहीद होने की सियासी लफ्फाजी क्यों कर रही है? श्री उसेंडी ने कहा कि ठीक एक दिन पहले तक प्रवासी मजदूरों की नि:शुल्क वापसी के लिए केंद्र सरकार के सामने मुख्यमंत्री और प्रदेश के कांग्रेस नेता गिड़गिड़ा रहे थे। जैसे ही रेलवे ने अपना पक्ष स्पष्ट किया तो छत्तीसगढ़ सरकार महज 15 फीसदी किराया देकर झूठी वाहवाही बटोरने के ओछे राजनीतिक हथकंडों पर उतर आई है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का प्रवासी मजदूरों की वापसी का भाड़ा कांग्रेस द्वारा वहन करने की बात कहना भी सिवाय सियासी नौटंकी के और कुछ नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल को लॉकडाउन में फँसे प्रवासी मजदूरों की विवशता पर राजनीति करते हुए ज़रा तो विचार करना चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश सरकार के खजाने और मुख्यमंत्री सहायता कोष से प्रदेश सरकार ने कोरोना की रोकथाम और लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए एक धेला तक खर्च नहीं किया और हर दूसरे दिन केंद्र सरकार से राशि मांगने में वह अव्वल रही है। श्री उसेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मजदूर परिवारों की वापसी के लिए मुख्यमंत्री और प्रदेश के कांग्रेस नेता केंद्र सरकार से सौदेबाजी तक करने पर आमादा हो चले थे। अब मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के नेता अपनी अध्यक्ष सोनिया गांधी के सियासी वायरस के संक्रमण में जुट गए हैं और प्रवासी मजदूरों के नाम पर नौटंकी कर अपने राजनीतिक संस्कारों का परिचय दे रहे है। श्री उसेंडी ने कहा कि जो प्रदेश सरकार लॉकडाउन में फँसे प्रभावित परिवारों के लिए सामाजिक व सेवाभावी संस्थाओं द्वारा प्रदत्त सहायता सामग्री तक पहुँचाने में राजनीतिक श्रेय लूटने की संकीर्ण मानसिकता का परिचय देने में नहीं हिचकिचाई, वह सरकार लोगों की विवशता पर अब राजनीति का गंदा खेल खेलकर अपनी वैचारिक दीवालियापन का ही प्रदर्शन कर रही है।