छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में पुलिस को मंगलवार को उस समय बड़ी सफलता मिली जब 20 लाख की इनामी महिला माओवादी समेत चार कट्टर नक्सलियों ने आत्समर्पण कर दिया।
बताया जाता है कि समर्पण करने वाली महिला नक्सली लगभग 14 साल व पुरुष नक्सली लगभग 14-15 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय रहकर कई बड़ी-बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा पदों के अनुरूप आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से महिला नक्सली पर आठ लाख, दो पर पांच-पांच लाख व अन्य एक पर दो लाख यानी कुल 20 लाख रुपये का इनाम घोषित है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के मुताबिक उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वासनीति’ व ‘नियद नेल्ला नार’ योजना से प्रभावित होकर व अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से समर्पण किया।
आत्मसमर्पित महिला नक्सली लगभग 14 साल व पुरुष नक्सली लगभग 14- 15 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय रहे हैं। साथ ही ये सभी छतीसगढ़, महराष्ट्र, आंध्र प्रदेश में कई बड़ी-बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कम्पनी नम्बर 10 प्लाटून ‘ए डिप्टी कमाण्डर /सेक्शन-ए ’ डिप्टी कमाण्डर, प्लाटून नंबर 30 का पीपीसीएम, दक्षिण बस्तर डिवीजन टेक्निकल सदस्या/एसीएम एवं महाराष्ट्र (गढ़चरोली डिवीजन अन्तर्गत) भामरागढ़ एरिया कमेटी/ सीएनएम पार्टी सदस्याें के पदों पर सक्रिय रहे हैं। नक्सलियों के आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में विशेष आसूचना शाखा, जिला पुलिस बल, डीआरजी जिला सुकमा व दो वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है।
सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चौहाण ने बताया कि शासन की समर्पण नीति से प्रभावित हो कर एक महिला सहित चार नक्सलियों ने समर्पण किया है। इन नक्सलियों पर शासन के द्वारा 20 लाख का इनाम घोषित था। वहीं हम नक्सलियों से अपील करते है शासन की समर्पण नीति का फायदा लेकर समर्पण करें मुख्य धारा में लौट आयें।