नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है।
श्रीमती मुर्मू ने अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए एक ट्वीट कर कहा,“ बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं सभी देशवासियों और पूरे विश्व के भगवान बुद्ध के अनुयायियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं। करुणा के प्रतीक भगवान बुद्ध ने हमें आत्मज्ञान, सहिष्णुता और सदाचार के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। उनका सरल और प्रभावी उपदेश हम सबको प्रेम, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। ”
राष्ट्रपति ने कहा, “ महात्मा बुद्ध का जीवन आत्मनियंत्रण और अनुशासन का उत्तम उदाहरण है तथा उनकी शाश्वत शिक्षाएं आज भी मानव जाति का मार्गदर्शन कर रही हैं। आइए, इस पावन अवसर पर हम सब भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को मन, वचन और कर्म से अपने आचरण में अपनायें तथा गौरवशाली राष्ट्र के निर्माण का संकल्प लें। ”
श्री धनखड़ ने कहा, “ बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक बधाई! यह गौतम बुद्ध की गहन शिक्षाओं पर चिंतन करने का दिन है, जिन्होंने मानवता को विचार और कर्म में श्रेष्ठता की ओर ले जाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। इस शुभ अवसर पर, आइए हम खुद को भगवान बुद्ध के धम्म के सिद्धांतों के प्रति फिर से समर्पित करें और करुणा एवं दया के गुणों को अपनाने का प्रयास करें। ”
श्री मोदी ने शुक्रवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा है कि भगवान बुद्ध के विचार सभी को रास्ता दिखाने के साथ-साथ मजबूती प्रदान करते रहेंगे। श्री मोदी ने ट्विटर पर कहा, “ बुद्ध पूर्णिमा की बधाई। कामना करता हूं कि भगवान बुद्ध की शिक्षायें और विचार हम सभी को रास्ता दिखाने के साथ-साथ मजबूती प्रदान करते रहेंगे। ”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ट्विटर पर कहा, “ भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं का सार्वभौमिक महत्व है। सत्य, करुणा, अहिंसा और समानता के आदर्शों ने हमारी सभ्यता पर गहरा प्रभाव डाला है। बुद्ध पूर्णिमा पर हमारी हार्दिक शुभकामनाएं। सभी सद्भाव, बंधुत्व और सदाचार के परिपूर्ण जीवन व्यतीत करें। ”
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुद्ध पूर्णिमा पर राज्य के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
श्री खट्टर ने आज ट्वीट कर कहा, “ बुराई से बुराई कभी खत्म नहीं होती, घृणा को तो केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, ये एक अटूट सत्य है। आप सभी को बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं। ”
उन्होंने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध जी के सत्य, अहिंसा और शांति के संदेश हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
उधर भगवान बुद्ध की 2567वी जयंती बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के प्रांगण में भव्य तरीके से मनाई गई।
भगवान बुद्ध की 2567वीं जयंती के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल हुए। राजपाल ने पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक डॉ प्रेम कुमार, जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष भारती सहित विश्व के कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए। इस दौरान बौद्ध धर्मगुरुओं के मंत्रोच्चारण से महाबोधि मंदिर गुंजायमान हो उठा।
इस अवसर श्री आर्लेकर ने कहा कि बोधगया भगवान भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है। भगवान बुद्ध को यहीं ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके बाद उन्होंने पूरी दुनिया में शांति का संदेश दिया था। भगवान बुद्ध के संदेशों को हमें आत्मसात करना चाहिए और उन्हें जीवन में अपनाना चाहिए, तभी मानवता का कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि बुद्ध भूमि पर आकर काफी अच्छा लग रहा है। यहां आकर हम अपने आप को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। विश्व के कई देशों के लोग यहां पहुंचे हैं और भगवान बुद्ध की जयंती मना रहे हैं। उन सभी लोगों को भगवान बुद्ध के संदेशों को अपनाना चाहिए, तभी विश्व में शांति का संदेश जाएगा।
बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि बोधगया में भगवान बुद्ध की जयंती मनाई जा रही है। विश्व के कोने-कोने से बौद्ध श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। यह हमारे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है। बोधगया की इस मिट्टी को हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक पहुंचाना चाहते हैं जिससे वे पूरी दुनिया में अमन-चैन का संदेश फैला सके। भगवान बुद्ध ने भी ज्ञान प्राप्त कर पूरी दुनिया में आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया था। हम लोगों को उनके संदेशों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई औऱ शुभकामनाएं दी हैं।
श्री सोरेन ने कहा कि सत्य, प्रेम, अंहिसा और भाईचारे का परम संदेश देने वाले भगवान गौतम बुद्ध का जीवन और शिक्षा, हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्योहार है। यह बैसाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसी दिन उनका महानिर्वाण भी हुआ था।