शिमला। हिमाचल प्रदेश के डमराली में देर रात बादल फटने और तेज बारिश से कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। मामला रामपुर उपमंडल के तकलेच उपतहसील का है। बादल फटने से तकलेच में करीब 30 मीटर सड़क का हिस्सा टूट गया। मोबाइल टावर को भी नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कोई जनहानि हुई है। सड़क और मोबाइल टावर को क्षति पहुंची है।
बिजली आपूर्ति और मोबाइल टावर बंद
जानकारी के अनुसार, डमराली और तकलेच में शुक्रवार रात को भारी बारिश हुई। जिसके कारण तकलेच के ऊपर वाले हिस्से डमराली में बादल फटने से पानी का भारी सैलाब साथ लगते नाले में आ गया। जिस वक्त यह सैलाब आया तकलेच वासियों ने इस नाले की गड़गड़ाहट साफ सुनीं। लोग घरों से बाहर निकल गए। बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई। डमराली स्थित मोबाइल टावर भी बंद हो गया। यहां की 6 पंचायत का मोबाइल सिग्नल प्रभावित हो चुका है।
कई जगहों पर टूटी सड़कें
एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि मौके पर टीम नहीं पहुंच पाई है क्योंकि एक जगह से सड़क टूट गई है। लेकिन स्थानीय पंचायत प्रधान से फोन पर बात हुई उन्होंने किसी भी प्रकार से जान माल के नुकसान की सूचना को लेकर इंकार किया है।
चार शव और बरामद
वहीं, हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में 31 जुलाई को बादल फटने से आई अचानक बाढ़ की घटना में चार और शव बरामद होने के साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी पधर और शिमला के रामपुर उपमंडल में अचानक आई बाढ़ की घटना में कम से कम 23 लोग अब भी लापता हैं।
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि रामपुर के आसपास सुन्नी बांध और सतलुज नदी के किनारे से चार शव बरामद किए गए हैं। जिले में करीब 14 लोग अब भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि घटनास्थल से शुक्रवार को एक शव बरामद किया गया, जबकि पिछले छह दिनों में तीन शव बरामद किए गए हैं।