NTPC लारा में ठेकेदार को टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी, पुलिस और CISF ने फर्जी श्रम आयुक्त को किया गिरफ्तार

प्रादेशिक मुख्य समाचार

रायगढ़। रायगढ़ जिले के एनटीपीसी लारा परियोजना में एक फर्जी अधिकारी की करतूत उस समय उजागर हुई जब वह ठेकेदार को टेंडर दिलाने के लिए दबाव बनाने पहुंचा। यह ठग खुद को सहायक श्रम आयुक्त (केंद्रीय) बताकर अधिकारियों पर रौब डालने की कोशिश कर रहा था। उसकी नौटंकी ज्यादा देर नहीं चल पाई, क्योंकि CISF और पुसौर पुलिस ने मिलकर उसे पकड़ लिया। आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज और शील जब्त कर, पुलिस ने इस पूरे प्रकरण का पर्दाफाश किया।

कैसे खुली ठगी की पोल?

गुरुवार 27 मार्च को ऋत्विक कुमार षडंगी नामक व्यक्ति का एनटीपीसी लारा संयंत्र के लिए विज़िटर पास जारी किया गया। इस पास को वैध बनाने के लिए एक कॉल भी आई, जिसमें प्रबंधन के मानव संसाधन विभाग को निर्देश दिए गए कि वे ऋत्विक का स्वागत करें। पास मिलने के बाद वह संयंत्र के अंदर दाखिल हुआ और सीधे बीएचईएल कार्यालय पहुंच गया। वहां उसने अधिकारियों पर धौंस जमाते हुए खुद को सहायक श्रम आयुक्त (केंद्रीय) बताया और ठेकेदार गजेन्द्र सिंह परमार को गिट्टी-रेत का ठेका देने का दबाव बनाया। उसकी हरकतें अधिकारियों को संदिग्ध लगीं। श्रम विभाग से जानकारी मांगी गई, तो खुलासा हुआ कि ऋत्विक नाम का कोई व्यक्ति सहायक श्रम आयुक्त के पद पर नहीं है।

CISF और पुलिस की त्वरित कार्रवाई

संदेह के बाद CISF के कंपनी कमांडर ने तत्काल क्यूआरटी टीम को सक्रिय किया। आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा गया और पुसौर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने जांच में पाया कि ऋत्विक ने फर्जी आईडी, नकली दस्तावेज और श्रम आयुक्त की मोहर बनाकर यह पूरा खेल रचा था। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि यह सबकुछ टेंडर दिलाने के लिए किया जा रहा था। इसके लिए उसने कूट रचित दस्तावेज, फर्जी आईडी कार्ड और कॉल्स के जरिए श्रम आयुक्त होने का नाटक रचा। उसके पास सहायक श्रम आयुक्त केन्द्रीय बिलासपुर का फर्जी लेटर और फर्जी शील नमुना भी था ।

फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार

CISF कंपनी कमांडर की शिकायत पर पुसौर थाना में अपराध क्रमांक 75/2025 धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) बीएनएस के तहत धोखाधड़ी और कूट रचना से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। आरोपी ऋत्विक कुमार षडंगी (27 वर्ष), पिता मधुसूदन सारंगी निवासी चांदमारी, थाना कोतवाली रायगढ़ को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी आईडी कार्ड, सहायक श्रम आयुक्त के नाम पर जारी नकली पत्र, शील और अन्य दस्तावेज बरामद किए। पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने खुद को श्रम आयुक्त बताने के लिए फर्जी कॉल और दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था।

इनकी रही अहम भूमिका

एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन तथा एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मार्गदर्शन पर इस सनसनीखेज मामले में थाना प्रभारी पुसौर निरीक्षक रोहित कुमार बंजारे, उप निरीक्षक कुंदन लाल गौर, सहायक उप निरीक्षक उमाशंकर विश्वाल, आरक्षक धनुर्जय चंद्र बेहरा, दिनेश गोंड, कीर्तन यादव, ठंडा राम गुप्ता और CISF टीम की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े ठगी के खेल को नाकाम कर दिया। पुलिस आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज चुकी है ।

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