तीसरी बार ईडी रिमांड पर लेने की करेगी कोशिश ।

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अनवर ढेबर को कोर्ट में पेश करने के दौरान परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी

रायपुर. छत्तीसगढ़ में कथित तौर पर हुए 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है. उसकी कस्टडी में रायपुर मेयर एजाज ढेबर के साथ ही आबकारी विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी एपी यानी अरुणपति त्रिपाठी, नितेश पुरोहित उर्फ अप्पू व त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू हैं. सोमवार को चारों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां ईडी की मांग पर कोर्ट ने उन्हें फिर 4 दिनों की रिमांड पर सौंप दिया है. हालांकि इस दौरान भी ईडी की ओर से कोई सबूत पेश नहीं किया जा सका है.

ये है मामला
बता दें कि ईडी की पूर्व की जांच और फिर अनवर ढेबर को कस्टडी में लेकर की गई पूछताछ के आधार पर ईडी ने प्रेस र‍िलीज जारी किया था. इसमें दावा किया गया था कि किया है कि छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच शराब घोटाले के जरिए 2 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया है. इसका मास्टरमाइंड अनवर ढेबर है, जिसने बाकायदा सिंडिकेट तैयार कर लिया था. मार्कफेड व आबकारी के बड़े अफसरों की मिलीभगत से डिस्टलरों, शराब निर्माताओं, बॉटल व होलोग्राम तैयार करने वाली एजेंसियों से साठगांठ की गई थी. इन सबमें बड़े नेताओं के अलावा सीनियर अफसरों का भी उसे सपोर्ट था.

शेष तीनों की गिरफ्तारी इसलिए
2000 करोड़ के घोटाले को अंजाम देने के मामले में ही आबकारी विभाग के सीनियर अफसर स्पेशल सेक्रेटरी अरुणपति त्रिपाठी को पकड़ा गया. इसी कड़ी में दोनों शराब कारोबारियों नितेश पुरोहित और त्रिलोक सिंह ढिल्लन को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. फिर उन्हें भी रिमांड पर लिया गया.

तीसरी बार मिला रिमांड
बता दें कि सबसे पहले अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर ईडी ने स्पेशल कोर्ट में पेश कर उसकी रिमांड मांगी थी. इसकी मियाद पूरी होने के बाद पुन: रिमांड लेकर कस्टडी में रखा गया. अब तीसरी बार पेश करने के बाद फिर अनवर समेत चारों के लिए 4 दिनों की रिमांड मिली है. इस अवधि में उनसे पूछताछ करने के साथ ही उनके दस्तावेजों, मोबाइल, लैपटॉप आदि की जांच की जा रही है.

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