रायपुर। राजधानी रायपुर में साइबर अपराध से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें फर्जी म्यूल बैंक खातों के जरिए 36 लाख रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया गया। इस घोटाले में पुलिस ने अब तक 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, वहीं मामले की तह तक जाने के लिए जांच लगातार जारी है। रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देश पर रेंज साइबर थाना रायपुर द्वारा इस मामले की गहन जांच की जा रही है।
यह मामला तब उजागर हुआ जब थाना सिविल लाइन रायपुर में उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक शाखा सिविल लाइन में खोले गए 104 म्यूल बैंक खातों के माध्यम से ठगी की शिकायत दर्ज की गई। इन खातों के जरिए कुल 36 लाख रुपए की साइबर ठगी की गई थी। जांच के बाद रेंज साइबर थाना रायपुर में अपराध क्रमांक 44/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 और 3(5) बी एन एस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।
म्यूल बैंक खाता ऐसे बैंक खातों को कहा जाता है जो किसी आम व्यक्ति के नाम पर खोले जाते हैं, लेकिन इनका उपयोग असल में साइबर अपराधी करते हैं। इन खातों के जरिए ठगी की रकम को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ट्रांसफर किया जाता है, जिससे मुख्य आरोपी खुद सामने नहीं आता और पुलिस की पकड़ से दूर रहता है।
अब तक 80 आरोपी गिरफ्तार
प्रारंभिक जांच और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर बैंक खातों से संबंधित खाता धारक, खातों को बढ़ावा देने वाले दलाल, सिम कार्ड बेचने वाले प्रतिनिधि और बैंक के कुछ अधिकारियों समेत कुल 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है, जिससे इस जालसाजी की पूरी संरचना सामने आ सके।
मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी
जांच के दौरान यह भी पता चला कि साइबर अपराध में शामिल कुछ आरोपी किराए पर म्यूल बैंक खाता लेते थे और फिर खुद ही उसे ऑपरेट कर साइबर ठगी की रकम को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करते थे। इस प्रक्रिया में वे स्थान बदलते रहते थे, जिससे ट्रेसिंग मुश्किल हो जाती थी।
इन मुख्य सरगनाओं की पहचान कर पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
विनोद भमबानी, पिता स्व. राजकुमार भमबानी, उम्र 35 वर्ष, निवासी मकान नंबर 01, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, रायपुरा।
अरविंद गुप्ता, पिता स्व. दुर्गा प्रसाद गुप्ता, उम्र 56 वर्ष, निवासी सिद्धार्थ चौक, टिकरापारा, रायपुर।
विनय साधवानी, पिता श्याम साधवानी, उम्र 30 वर्ष, निवासी एमआईजी 426, दीनदयाल उपाध्याय नगर, रायपुर।
