छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट: 28 जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी, जानिए कब तक चलेगा बारिश का दौर

प्रादेशिक मुख्य समाचार

रायपुर। उत्तरी तेलंगाना और उससे सटे विदर्भ पर निम्न दबाव का क्षेत्र पर बन रहा है, जिसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ में मानसूनी गतिविधियों में तेजी आएगी। पिछले 24 घंटे में उतरी छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज, सूरजपुर, जशपुर इलाके में अच्छी बारिश हुई है। इधर मौसम विभाग ने 28 जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। बारिश के साथ तेज हवा चलने और आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है। बारिश का मुख्य केंद्र उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ के जिले हो सकते हैं। वहीं सूरजपुर जिले के ओड़गी थाना के ग्राम पालकेवरा में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। बारिश के दौरान ग्रामीण पेड़ की नीचे खड़े थे, तभी आकाशीय बिजली गिरने की घटना हुई।

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के नारायणपुर, कोंडागाांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, दुर्ग, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा, बस्तर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, जशपुर, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, बलरामपुर जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 30-40 KMPH की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट तीन घंटों के लिए जारी है।

इस सिनोप्टिक सिस्टम से होगी बारिश

उत्तरी तेलंगाना और उससे सटे विदर्भ पर निम्न दबाव का क्षेत्र पर बना रहा। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर विदर्भ के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्रों की ओर बढ़ने की संभावना है। एक अवशिष्ट ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण के रूप में लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। उत्तरी तेलंगाना और समीपवर्ती विदर्भ पर निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण महाराष्ट्र तट तक औसत समुद्र तल से 3.1 और 4.5 किमी ऊपर द्रोणिका बनी हुई है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ में बारिश हो सकती है।

यहां से वापस लौट रहा मानसून

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून 14 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों से वापस हो गया है, जबकि सामान्य तिथि 17 सितंबर है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 30.5° उत्तर/73.5° पूर्व, श्री गंगानगर, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर और 25.5° उत्तर/70° पूर्व से होकर गुजरती है। अगले 2-3 दिनों के दौरान राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। वापस लौटता हुआ मानसून भी छत्तीसगढ़ को भिगोते हुए लौटेगा।

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