दुर्ग: पुलिस ने दुर्ग केन्द्रीय जेल में बंद एक सजा याफ्ता कैदी की अवैध उगाही और धमकी देने की करतूत का खुलासा किया है. आरोपी रवि विठ्ठल, जो हत्या के आरोप में पिछले 7 वर्षों से जेल में बंद है, उसने अपने साथियों की मदद से जेल से ही एक विचाराधीन बंदी के भाई को जान से मारने की धमकी देकर लगभग 7.95 लाख रुपये की अवैध वसूली की. फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
जेल से वसूली और धमकी का खेल: एएसपी दुर्ग पद्मश्री तंवर ने बताया “पूरा मामला 4 अक्टूबर 2024 को सामने आया, जब पीड़ित ने सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई कि जेल में बंद उसके भाई को आरोपी रवि विठ्ठल, विशाल सोनी उर्फ उड़िया, परबदीप सिंह और गुरमीत कौर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. रवि विठ्ठल ने अपने दोस्त विशाल को मोबाइल पर कॉल कर प्रार्थी को कॉन्फ्रेंस कॉल में धमकी दी और फिर लाखों रुपये की मांग की. धमकी दी गई कि पैसे नहीं देने पर उसके जेल में बंद भाई को जान से खत्म कर दिया जाएगा. प्रार्थी से कैश 5 लाख और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से 2.95 लाख रुपये की वसूली की गई. इसके अलावा, 11 जुलाई 2023 को आरोपी की बेटी के जन्मदिन पर एक सोने की चेन और लॉकेट (22,800 रुपये मूल्य) भी जबरन मंगवाए गए.”
दुर्ग जेल से वसूली और धमकी का खेल
एएसपी ने बताया कि 19 जुलाई 2023 को न्यायालय परिसर में भी धमकी देकर आरोपी को 5 लाख रुपये नगद दिए गए. जिसे आरोपी की मां गुरमीत कौर और भाई परबदीप ने लिया. इस मामले में पुलिस ने पहले ही महेश्वरी बघेल, गुरमीत कौर और विशाल सोनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं, मुख्य आरोपी रवि विठ्ठल को 21 जुलाई 2025 को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ में जुर्म कबूल करने पर न्यायालय में पेश किया गया और उसे राजनांदगांव जेल भेजा गया. दुर्ग एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है और जेल से अपराध संचालित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
