भिलाई : अपने कीमती गहनों और डाक्यूमेंट्र को सुरक्षित रखने लोग बैंक के लॉकर को सबसे ज्यादा सुरक्षित समझते हैं. लेकिन अगर बैंक के लॉकर से ही गहने गायब हो जाए तो किस पर भरोसा किया जाए. ऐसा ही एक मामला भिलाई के बाइक ऑफ बड़ौदा का सामने आया. जहां बुजुर्ग दरोगा सिंह के कॉलर से 40 टोला सोने के जेवर गायब हो गए.
पिछले तीन महीने से पुलिस को लगातार शिकायत के बाद अब पुलिस ने इस मामले में बैंक प्रबंधन के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है. आखिर दरोगा सिंह का 40 तोला सोना कहां गया ये बात हैरान कर देने वाली है. दरअसल भिलाई एचएसीएल से रिटायर होने वाले दरोगा सिंह ने साल 1982-83 में भिलाई के सिविक सेंटर स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा में अपना खाता खुलवाया था. अपने जिंदगी भर की कमाई और पूंजी इस खाते में जमा करते गए. इसी बीच 1991 यह सोचकर लॉकर की सर्विस ली कि घर मे रखा 40 तोला सोना सुरक्षित रहेगा.
सालो से लॉकर सुरक्षित था. लेकिन इसी बीच कुछ महीने पहले दरोगा से को बैंक वालों ने यह कहा कि लाकर काफी पुराने हो गए हैं. और उनके मेंटेनेंस किया जाना है. इसलिए वह अपना सामान अस्थाई लॉकर में सुरक्षित रख दें इसके बाद दरोगा सिंह ने अपने सोने के गने अस्थाई लॉकर में रख दिया. लेकिन जब लॉकर का मेंटेनेंस हो गया और उन्हें दोबारा उसे लाकर में सामान शिफ्ट करने बुलाया गया. तब उनके पैरों को नीचे से जमीन खिसक गई. क्योंकि उसे अस्थाई लॉकर से सारे गहने गायब थे.
उन्होंने फौरन इसकी खबर बैंक मैनेजर को दी तो बैंक मैनेजर ने कुछ भी कहने से मना कर दिया और मामले से पल्ला झाड़ लिया. इसके बाद दरोगा सिंह ने लिखित में दुर्ग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई शिकायत मिलने के बाद दुर्ग पुलिस ने पतासाजी की तो तथ्यों के आधार पर मामले को सही पाया. तब जाकर करीब 3 महीने के बाद आखिरकार दुर्ग पुलिस ने बैंक ऑफ़ बड़ौदा के प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है.बताया जा रहा है कि लाॅकर रुम के पास सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही हैं और जल्द ही मामले को सुलझाने का दावा भी पुलिस ने किया है.
