बिलासपुर। जीआरपी ने शिवनाथ एक्सप्रेस में 4अप्रैल को हुई चोरी के एक बड़े मामले में रिकवरी की है। जीआरपी ने चोरी हुए 65 लाख से अधिक के गहने बरामद कर लिए हैं। इस मामले में राउरकेला के एक बड़े ज्वेलरी व्यापारी शेखर प्रसाद दास को गिरफ्तार किया है।
इसका खुलासा करते हुए एलआरपी श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा ने बताया कि हीरे की ज्वेलरी को आरोपी ने सस्ते में खरीदने के लिए अपने भांजे को मोहरा बनाया और इसे 11 लाख रुपए में खरीदा और इसे वे 60-70 लाख रुपए में बेचने की फिराक में था। चूंकि ज्वेलरी हीरे की थी इसलिए वे इसके साथ किसी प्रकार की छेड़कानी नहीं कर सका। श्वेता का कहना था कि यदि ज्वेलरी सोने की होती तो चोरी के बाद इसे तुरंत गला देते है। और शेखर, चोरी के गहने खरीदने का आदी है। हमने पहले अपूर्व और संतोष नाम के संदिग्धों को पकड़ा और उनसे हुई पूछताछ के आधार पर टीमें कोलकाता, राउरकेला भेजा। शेखर, इनसे हीरे के गहने खरीदने के बजाए अपने भांजे से खरीदवाता।और फिर मुनाफे में बेचता। ऐसे ही 25लाख के गहने 11लाख में खरीदकर 75-80 लाख में बेचने की फिराक में था।
एसआरपी ने बताया कि आरोपियों से अभी पूछताछ जारी है। अब तक की पूछताछ में जानकारी मिली कि चोर रेलवे स्टेशन इलाके के सांवरिया होटल में चोर वारदात को अंजाम देने से पहले रूकते थे। जहां गलत आईडी देते। वहीं सूत्रों ने बताया कि चोरी के बाद पहले आरपीएफ ने ये दावा किया था कि शिवनाथ एक्सप्रेस में लगे कैमरे से फुटेज मिलने की उम्मीद है, लेकिन बाद में पता चला कि कैमरे एसी-3 में लगे हैं और चोरी एसी-2 बोगी से हुई थी। जहां से कोई फुटेज जीआरपी को नहीं मिले। जीआरपी को इस ब्लाइंड केस में काफी मशक्कत करनी पड़ी। श्रीमती सिन्हा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में हुई करीब 5 चोरियों का खुलासा जल्द करने वाली है।
