रायगढ़। खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम ठुसेकेला का राजीव नगर मोहल्ला गुरुवार सुबह खून की सिहरन भरी वारदात से दहल उठा। यहां एक ही परिवार के चार लोगों – पति-पत्नी और दो मासूम बच्चों की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर लाशों को बाड़ी में खाद के लिए बने गोबर के गड्ढे में दफना दिया गया।
मृतकों की पहचान – बुधराम उरांव, पत्नी सहोदरा उरांव, 12 वर्षीय बेटा अरविंद और 3 वर्षीय मासूम बेटी शिवांगी के रूप में हुई है। जबकि बड़ी बेटी शिवानी (15 वर्ष) जो गांव से बाहर पढ़ाई कर रही थी, वह फिलहाल सुरक्षित है।
कैसे खुला हत्याकांड का राज
दो दिनों से घर बंद और आसपास फैली असहनीय बदबू ने ग्रामीणों को शक में डाल दिया। जब लोग बाड़ी की तरफ से झांक कर घर के भीतर पहुंचे तो खून के छींटों और खुदी हुई जमीन का खौफनाक मंजर सामने आया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
फॉरेंसिक और डॉग स्क्वाड की पड़ताल
पुलिस ने घर और बाड़ी को घेराबंदी कर सील कर दिया। रायगढ़ से फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड की जांच में बाड़ी के गोबर गड्ढे से चारों लाशें बरामद हुईं। यह दृश्य इतना वीभत्स था कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।
संदेह की सूई जमीन विवाद और रंजिश पर
ग्रामीणों और पुलिस सूत्रों का मानना है कि हत्या की पटकथा आपसी रंजिश या जमीन विवाद से जुड़ी हो सकती है। पुलिस ने एक संदिग्ध को रडार पर लिया है और कई पहलुओं से जांच तेज कर दी है।
एसपी ने क्या कहा
“हमें सूचना मिली थी कि घर के भीतर खून के धब्बे दिख रहे हैं। मौके पर जांच में साफ हुआ कि चार लोगों की हत्या टांगी से की गई है। शव बाड़ी में छिपाए गए थे। फिलहाल फॉरेंसिक जांच जारी है, हर पहलू से जांच कर अपराधियों को जल्द बेनकाब किया जाएगा।” – पुलिस अधीक्षक रायगढ़
इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया है। लोग खौफ और दहशत में हैं, गांव में मातम पसरा हुआ है और हर कोई सिर्फ यही सवाल पूछ रहा है – आखिर इतना खून किसने और क्यों बहाया?
