प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को शिक्षकों एवं छात्रों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाने और ‘मेक इन इंडिया’ एवं ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को तेज करने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आमतौर पर शिक्षक अपने छात्रों को ‘होमवर्क’ देते हैं, लेकिन वह बदलाव के लिए शिक्षकों को एक ‘होमवर्क’ देना चाहते हैं ताकि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिल सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेताओं के साथ संवाद में कहा कि स्कूलों को स्वदेशी दिवस या स्वदेशी सप्ताह जैसे कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको स्वदेशी उत्पादों के प्रोत्साहन के लिए अभियान चलाने का एक गृहकार्य दे सकता हूं। छात्रों को घर से स्वदेशी उत्पाद लेकर आने के लिए प्रोत्साहित किया जाए और फिर उन पर चर्चा हो। छात्र स्वदेशी उत्पादों के समर्थन वाले पोस्टर लेकर गांवों में मार्च भी निकाल सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से एक माहौल बनेगा और लोग मेड इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल उत्पादों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित होंगे। उन्होंने प्रत्येक घर और दुकान के बाहर स्वदेशी उत्पादों की मौजूदगी वाले पोस्टर लगाने के सुझाव भी दिए।
मोदी ने कहा, “हर घर और दुकान के बाहर ‘हर घर स्वदेशी’ के बोर्ड लगाए जाने चाहिए। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुधारों की श्रृंखला थमने वाली नहीं है।” उन्होंने कहा, ‘‘स्वदेशी यानी जो कुछ भी हमारे देश में पैदा होता है, जो हमारे देश में बनता है, वे चीजें जिसमें मेरे देशवासियों के पसीने की महक है, वे चीजें जिसमें मेरे देश की मिट्टी की सुगंध है, वो मेरे लिए स्वदेशी है।’’
