स्विस की मल्टीनेशनल (MNC) प्राइवेट बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस फर्म जूलियस बेयर ने अपनी लेटेस्ट रैंकिंग जारी की है। इसके मुताबिक, सिंगापुर दुनिया का सबसे महंगा शहर बन गया है। सिंगापुर लगातार तीन साल से इस पोजीशन को बरकरार रखा है। वहीं, लिस्ट में लंदन दूसरे नंबर पर है। वहीं भारत का मुंबई भी इस लिस्ट में 20वें नंबर पायदान पर है और भारत का सबसे महंगा शहर है। बीते साल भी मुंबई इसी रैंक पर रही थी।
जूलियस बेयर का यह सर्वेक्षण (लाइफस्टाइल इंडेक्स) दुनिया के 25 बड़े शहरों में रहन-सहन और ऐशो आराम की चीजों पर किए जाने वाले खर्च को आधार बनाता है। इनमें रहने का घर, कार, बिजनेस क्लास की हवाई यात्रा, महंगे खाने, स्कूल की फीस और अन्य लग्जरी चीजें शामिल हैं।
टॉप-10 में एशिया के आठ शहर
जूलियस बेयर के ताजा रैंकिग के मुताबिक टॉप-20 में एशिया के आठ शहर शामिल हैं। जिसमें सिंगापुर, हांगकांग (तीसरा स्थान) शंघाई (छठा) बैंकॉक, टोक्यो, जकार्ता, मनीला और मुंबई। हालांकि, बीते साल हांगकांग दूसरे पायदान पर और शंघाई चौथे स्थान पर रहा था, जबकि इस बार इनके रैंकिंग में गिरावट आई है।
मोबाइल पर खाने पर अधिक खर्च
रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के अनुसार, एशियाई देशों के नागरिक सबसे अधिक मोबाइल और बाहर रेस्टोरेंट में खाने पर खर्च करते हैं, जहां दोनों खर्च को मिलाकर यह 65 फीसदी है। वहीं होटल में ठहने पर 64 प्रतिशत, हेल्थ पर 63 प्रतिशत और कपड़ों पर 55 प्रतिशत का खर्च रिकॉर्ड किया गया है। वहीं यूरोप के लोगों की बात करें तो वह सबसे अधिक खर्च 44 प्रतिशत बाहर रेस्टोरेंट में खाना खाने पर करते हैं। जबकि अमेरिका के लोग अपने खर्च का 43 फीसदी हिस्सा स्वास्थ्य पर खर्च करते, दक्षिण अमेरिका में रहने वाले लोग अपने खर्च का कुल 52 फीसदी हिस्सा कार पर करते हैं। वहीं अफ्रीका में सबसे ज्यादा 65 फीसदी होटल में स्टे करने पर किया जाता है।
दुनिया के टॉप-10 शहरों की रैंकिंग
1. सिंगापुर
2. लंदन
3. हांगकांग
4. मोनाको
5. ज्यूरिख
6. शंघाई
7. दुबई
8. न्यूयॉर्क
9. पेरिस
10. मिलान
मुंबई के लोग किन चीजों पर करते हैं खर्च
जूलियस बेयर की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में लोग सबसे अधिक (44 प्रतिशत) रेस्टोरेंट में खाने पर और (42 प्रतिशत) हवाई यात्रा पर करते हैं। जबकि होटल में ठहरने और लग्जरी सामान खरीदने पर यह 12 और 9 फीसदी का खर्च करते हैं। एशिया में लगभग 13 फीसदी लोग बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा करना पसंद करते हैं। वहीं, 9 प्रतिशत लोग घड़ी खरीदने और आठ फीसदी लोग साइकिल चलाने पर ध्यान देते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एशिया प्रशांत क्षेत्र दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक बना हुआ है।
