ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया। दोरईस्वामी इस सप्ताह स्कॉटलैंड के दौरे पर थे। दोरईस्वामी को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोके जाने की घटना पर एसजीपीसी महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने प्रतिक्रिया दी है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ग्रेवाल ने कहा कि जग्गी जोहल की अवैध गिरफ्तारी से इंग्लैंड के लोग नाराज हैं।
“इससे पहले, एक राजदूत को पीटा गया था”
गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा, “इंग्लैंड के लोग, जग्गी जोहल की अवैध गिरफ्तारी से परेशान हैं। यही कारण है कि यह सब हो रहा है… हम भारतीय दूतावास से कहना चाहते हैं कि किसी भी तरह का तनाव पैदा नहीं किया जाना चाहिए… अगर किसी गुरुद्वारे में किसी राजदूत के साथ ऐसा कुछ हुआ है, तो इससे सिखों की प्रतिष्ठा पर असर पड़ता है।” उन्होंने कहा, “इससे पहले, एक राजदूत को पीटा गया था, हम इसका समर्थन नहीं करते हैं… दुनिया भर में सिखों की प्रतिष्ठा प्रभावित हुई है… किसी भी गुरुद्वारे में प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन मुझे नहीं पता कि उनके कारण क्या थे। उनकी (विक्रम दोराईस्वामी) यात्रा के कारण पैदा हुए किसी भी तनाव से बचने के लिए, उन्होंने उन्हें रोका होगा।” जग्गी जोहल का पूरा नाम जगतार सिंह जोहल है। वह 2017 से भारतीय जेल में बंद है। उस पर दक्षिणपंथी हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग में शामिल होने का आरोप है।
भारत के खिलाफ उगला जहर
‘सिख यूथ यूके’ के इंस्टाग्राम चैनल पर पोस्ट किए गए एक कथित वीडियो के अनुसार, खालिस्तान समर्थक एक व्यक्ति को दोरईस्वामी को रोकते हुए देखा गया था। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “…वे कनाडा और अन्य स्थानों पर सिखों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, प्रत्येक सिख को किसी भी भारतीय राजदूत के खिलाफ विरोध करना चाहिए जैसा कि हमने यहां ग्लासगो में किया।”
वीडियो में दो लोगों को पार्किंग क्षेत्र में उच्चायुक्त की कार के पास देखा जा सकता है। उनमें से एक को कार का दरवाजा खोलने का प्रयास करते देखा गया। कथित वीडियो में उच्चायुक्त की कार को गुरुद्वारा परिसर से निकलते हुए देखा जा सकता है। वह व्यक्ति वीडियो में कहता है, “हम जानते हैं कि वे कौन से खेल खेल रहे हैं। कनाडा में क्या हो रहा है। कनाडाई पीएम ने खुले तौर पर भारत की निंदा की है और भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है।”
क्या बोली स्कॉटलैंड पुलिस?
अल्बर्ट ड्राइव स्थित ‘ग्लासगो गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब’ की एक योजनाबद्ध यात्रा के दौरान, सिख यूथ यूके के सदस्यों ने उच्चायुक्त की कार के पास आकर उन्हें वहां से जाने को कहा। सदस्यों ने गुरुद्वारे के अधिकारियों के साथ विवाद से संबंधित वीडियो पोस्ट किए। स्थानीय पुलिस ने कहा कि उसे ‘गड़बड़ी’ के उपरांत बुलाया गया था और मामले में पूछताछ जारी है। स्कॉटलैंड पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमें शुक्रवार, 29 सितंबर को अपराह्न लगभग 1.05 बजे ग्लासगो के अल्बर्ट ड्राइव क्षेत्र में हुई गड़बड़ी की रिपोर्ट पर बुलाया गया था। किसी के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है और पूरी स्थिति स्थापित करने के लिए पूछताछ जारी है।’’ यह घटना उच्चायुक्त की स्कॉटलैंड की दो-दिवसीय यात्रा के अंत में हुई। स्कॉटलैंड की यात्रा के दौरान स्थानीय नेताओं, प्रवासी प्रतिनिधियों, व्यापार प्रमुखों और विश्वविद्यालय समूहों के साथ बैठकों और चर्चाओं की एक शृंखला शामिल थी।
