सर्राफा मार्केट में आज सोना और चांदी दोनों ने इतिहास रचा है। 24 कैरेट सोने की कीमत अब 70000 रुपये प्रति 10 ग्राम से केवल 444 रुपये दूर रह गई है। जबकि, चांदी 77664 रुपये प्रति किलो के पार चली गई है। आज सोना 69556 के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। सोने के भाव में आज 595 रुपये की उछाल आया है। चांदी आज 1537 रुपये महंगी होकर खुली।
आईबीजेए द्वारा जारी रेट के मुताबिक अब 23 कैरेट गोल्ड भी 69000 के पार पहुंच गया है। 23 कैरेट गोल्ड आज 69248 रुपये के रेट से खुला। 22 कैरेट गोल्ड की कीमत अब 63686 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। 18 कैरेट गोल्ड अब 52145 रुपये पर पहुंच गया है। जबकि, 14 कैरेट गोल्ड की कीमत अब 40673 रुपये हो गई है।
सोने के भाव की बात करें तो मार्च की राह पर अप्रैल भी चल रहा है। नए साल के पहले ही दिन सोना सॉरे रिकॉर्ड ध्वस्त कर 68964 रुपये पर पहुंचा था, लेकिन आज यह भी रिकॉर्ड टूट गया। बता दें मार्च में सोना पांच बार नए शिखर को छुआ। 5 मार्च 2024 को 64598 और 7 मार्च को 65049 पर पहुंचा। इसके बाद 11 मार्च को 65646 रुपये पर पहुंच गया। 22 मार्च को 66968 रुपये के नए शिखर पर पहुंचा और 28 मार्च को इसको भी तोड़ नया ऑल टाइम हाई 66971 पर पहुंच गया।
अगर अन्य शहरों के रियल रेट की बात करें तो आईबीजेए द्वारा जारी रेट से यह 2000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक महंगा होता है।
शहर का नाम 22 कैरेट कीमत 24 कैरेट कीमत
अहमदाबाद ₹64179 ₹70064
मार्च 2024 में मासिक बढ़त के मामले में सोना 15वें स्थान पर रहा
पिछले 24 वर्षों में मार्च 2024 में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमतों में तेजी देखी गई, 8.36% की बढ़त के साथ यह मासिक लाभ के मामले में 15वें स्थान पर है। केडिया कमोडिटिज के प्रेसीडेंड अजय केडिया ने बताया कि अगस्त 2011 में सोने की कीमतों में सबसे अधिक मासिक उछाल 17.34% की रही।
क्यों उछल रहा सोना
उन्होंने सोने की कीमतों में हालिया उछाल के कारणों के बारे में बताया कि इसे बैंकिंग क्षेत्र में बढ़ती आशंकाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह निवेशकों को सुरक्षित-संपत्ति की शरण लेने के लिए प्रेरित कर रहा है। सट्टेबाजों ने COMEX सोने में अपनी लॉन्ग पोजीशन में उल्लेखनीय वृद्धि की है। लगातार आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के साथ, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल को उम्मीद है कि बैंकों द्वारा 2024 तक सोने की खरीदारी जारी रहेगी। सहायक फेड नीतियों और सट्टेबाजों की भावना में संभावित बदलाव के साथ मिलकर, मध्यम अवधि में सोने की कीमतों के बढ़ने का संकेत देते हैं।
