दशहरे पर इंदौर में नहीं जलेगा रावण, बल्कि शूर्पणखा का पुतला होगा दहन, जानिए क्या है वजह

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इस बार मध्यप्रदेश के इंदौर का दशहरा अनोखा संदेश देने जा रहा है। आमतौर पर दशहरे के मौके पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का पुतला दहन किया जाता है, लेकिन इस बार यहां 11 मुखी शूर्पणखा का पुतला जलाया जाएग। इस पुतले के मुख पर उन महिलाओं की तस्वीरें लगाई जाएंगी, जिन्होंने अपने पतियों की बेरहमी से हत्या की है। इस में इंदौर की सोनम रघुवंशी भी शामिल है।

कार्यक्रम के आयोजक समूह ‘पौरुष’ ने देश के विभिन्न हिस्सों की 11 महिलाओं की तस्वीरों वाले पोस्टर जारी किए हैं, जिनमें इंदौर की सोनम रघुवंशी और मेरठ की मुस्कान भी शामिल हैं। इन महिलाओं पर अपने पतियों की हत्या का आरोप है। कार्यक्रम के आयोजक का कहना है कि बुराई केवल पौराणिक पात्रों में ही नहीं, बल्कि समाज में भी कई रूपों में मौजूद है।
रावण की जगह शूर्पणखा के पुतले का होगा दहन

आयोजक का कहना है कि, हाल के वर्षों में पति की हत्या करने वाली महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है, और इसे एक बुराई के रूप में पहचानना और समाज के ध्यान में लाना जरूरी है। रामायण की कथा में शूर्पणखा छल और कुटिलता का रूप मानी जाती है। आयोजकों के मुताबिक, पति की हत्या करने वाली महिलाएं भी वैसा ही अपराध और धोखे की मिसाल हैं। इसलिए इस दशहरा पर्व पर इन्हें शूर्पणखा की संज्ञा दी गई है।
शूर्पणखा दहन में इन महिलाओं के नाम शामिल

शूर्पणखा के साथ जिन महिलाओं का जिक्र किया है, उनमें कुल 11 महिलाएं शामिल हैं। जिन्हें मॉडर्न कलयुगी शूर्पणखा माना गया है।

 मेरठ से मुस्कान
इंदौर से सोनम रघुवंशी
राजस्थान से हर्षा
जौनपुर से निकिता सिंघानिया
दिल्ली से सुष्मिता
मेरठ से रविता
फिरोजाबाद से शशि
बेंगलुरु से सूचना सेठ
देवास से हंसा
मुंबई से चमन उर्फ गुड़िया
और प्रियंका औरैया से शामिल हैं।

क्यों चुना गया सोनम रघुवंशी का पुतला?

सोनम रघुवंशी का मामला इंदौर में लंबे समय तक चर्चा में रहा। उस पर पति की हत्या जैसे गंभीर आरोप लगे थे। अब दशहरा समारोह में उसका पुतला जलाकर आयोजक यह दिखाना चाहते हैं कि जैसे रावण बुराई का प्रतीक था, वैसे ही ऐसे अपराधों को भी समाज कभी स्वीकार नहीं करता।
राजा रघुवंशी के परिवार को दिया गया निमंत्रण

जानकारी के अनुसार, राजा रघुवंशी के परिवारों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम के प्रचार के लिए शहर भर में बैनर और पोस्टर लगाए जा रहे हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत एक भव्य जुलूस के साथ होगा

बता दें कि 2 अक्टूबर को दशहरे के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। आयोजकों ने जानकारी दी है कि, कार्यक्रम की शुरुआत एक भव्य जुलूस के साथ होगी, जो बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे से शुरू होकर विभिन्न मोहल्लों से होते हुए महालक्ष्मी नगर मेला ग्राउंड पहुंचेगा। जहां शाम 6:30 बजे का शूर्पनाखा के पुतले का दहन किया जाएगा। जुलूस में ढोल-नगाड़ों के साथ शूर्पणखा और उसकी ‘सेना’ की झांकियां भी शामिल होगी। बता दें कि 2 अक्टूबर को दशहरे के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा

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