राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को पुणे स्थित सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज(एएफएमसी) को प्रेसिडेंट कलर यानी राष्ट्रपति का निशान प्रदान किया।
श्रीमती मुर्मु ने सशस्त्र बल केंद्र ‘प्रज्ना’ का भी वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि पुणे मेडिकल कॉलेज ने चिकित्सा शिक्षा में उच्चतम मानक वाले संस्थान के रूप में प्रतिष्ठा हासिल की है। इस संस्थान के स्नातकों ने युद्ध, उग्रवाद विरोधी अभियानों, प्राकृतिक आपदाओं और महामारी का सामना करने में, देश के भीतर और बाहर अपनी समर्पित सेवा के माध्यम से देश को गौरवान्वित किया है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि एएफएमसी से स्नातक करने वाली कई महिला कैडेटों ने सशस्त्र बल चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उच्च पदों पर कार्य किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि उनसे प्रेरणा लेकर और अधिक महिलाएं सशस्त्र बलों में अपना करियर चुनेंगी।
उन्होंने कहा,“ अब चिकित्सा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, प्रिसिजन मेडिसिन, 3डी प्रिंटिंग, टेलीमेडिसिन और अन्य प्रौद्योगिकियों का उपयोग बढ रहा है। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाएँ सैनिकों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य और युद्ध के लिए सदैव तैयार रखने में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। इसलिए, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी तीनों सेनाओं के सभी कर्मियों का चिकित्सा उपचार उच्चतम स्तर का हो।”
