भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने हरियाणा के खरखौदा (Kharkhoda) में तीसरे प्लांट को मंजूरी दे दी है, जिससे सालाना 2.5 लाख अतिरिक्त गाड़ियां बनाई जा सकेंगी। इस विस्तार से कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 2029 तक 7.5 लाख यूनिट प्रति वर्ष तक पहुंच जाएगी। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।
7,410 करोड़ रुपये का भारी निवेश
मारुति सुजुकी ने इस नए प्लांट के लिए 7,410 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है। यह निवेश कंपनी के बढ़ते उत्पादन और ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने की रणनीति का हिस्सा है।
2024 में बनाया रिकॉर्ड, 20 लाख कारों का उत्पादन
मारुति सुजुकी ने 2024 में पहली बार एक कैलेंडर इयर में 20 लाख गाड़ियों का उत्पादन कर नया इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि केवल भारत में ही नहीं, बल्कि सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की किसी भी वैश्विक उत्पादन यूनिट के लिए एक बड़ी सफलता है।
हरियाणा और गुजरात प्लांट्स की भूमिका
2024 में निर्मित 20 लाख गाड़ियों में से लगभग 60% हरियाणा के प्लांट्स में बनीं, जबकि 40% उत्पादन गुजरात में हुआ। खास बात यह रही कि 20 लाखवीं कार अर्टिगा (Ertiga) थी, जो हरियाणा के मानेसर प्लांट से निकली थी।
नया ग्रीनफील्ड प्लांट भी होगा तैयार
मारुति सुजुकी सिर्फ खरखौदा प्लांट तक सीमित नहीं है, बल्कि कंपनी 10 लाख यूनिट की वार्षिक उत्पादन क्षमता वाले एक नए ग्रीनफील्ड प्लांट की भी योजना बना रही है। इसके लिए उपयुक्त स्थान की तलाश की जा रही है। मारुति सुजुकी का यह विस्तार भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। नए प्लांट के साथ कंपनी ग्राहकों की बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
