साग का सेवन बारिश के मौसम में कितना सही? जानिए सेहत के लिए इसके नुकसान

मुख्य समाचार राष्ट्रीय स्वास्थ्य

अच्छी सेहत के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों से बनने वाले साग को खाने की सलाह हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, साग खाने का भी एक सही समय होता है। जी हां, साग में डाली जाने वाली हरी सब्जियां भले ही सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकती हैं लेकिन बारिश के मौसम में इनका सेवन सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। बारिश के मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिसकी वजह से व्यक्ति सर्दी-जुकाम, बुखार, फूड पॉइजनिंग, डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों और संक्रमण की चपेट में जल्दी आ जाता है। यही वजह है कि मानसून के दौरान व्यक्ति को अपने खान-पान से जुड़ी हर चीज का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं आखिर किन 5 कारणों से बरसात के मौसम में साग खाने की सलाह नहीं दी जाती है।

बारिश में साग खाने से सेहत को हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान

टाइफाइड होने का खतरा

मानसून के दौरान टाइफाइड जैसे रोगों का खतरा बढ़ सकता है। खासकर तब जब साग अच्छी तरह से साफ न किया गया हो या दूषित पानी से धोया गया हो। दरअसल, मानसून में वातावरण में मौजूद नमी की वजह से कच्चे साग पर रोगाणु जल्दी पनपने लगते हैं। जो व्यक्ति के लिए हैजा, दस्त, टाइफाइड, और हेपेटाइटिस जैसी दूषित पानी से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ा देते हैं।

ब्लोटिंग की समस्या

साग में मौजूद रैफिनोज, मानसून की नमी के साथ मिलकर पेट में गैस और सूजन की समस्या पैदा कर सकता हैं। ऐसा खासकर तब होता है जब साग को अन्य किसी भारी खाद्य पदार्थ के साथ खाया जाए।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं

मानसून में नमी के कारण साग पर बैक्टीरिया या कीटाणु आसानी से पनप सकते हैं, जिसका सेवन करने पर व्यक्ति को पेट दर्द, उल्टी, फूड पॉइजनिंग या अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का खतरा पैदा हो सकता है।

कमजोर इम्यूनिटी

जरूरत से ज्यादा साग खाने से शरीर में पोषक तत्वों का असंतुलन पैदा हो सकता है, जो मानसून में होने वाली कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली को और ज्यादा प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों को साग से एलर्जी हो सकती है, जिसकी वजह से उन्हें खुजली, सूजन, या सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

स्वाद और गुणवत्ता में कमी

मानसून में साग की फ्रेशनेस पर भी असर पड़ सकता है। दरअसल, नमी और बारिश के कारण साग में कीड़े और फंगस लगने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे उसकी ताजगी कम हो सकती है और वह खाने के लिए सुरक्षित नहीं रहता है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *