चीन में आयोजित SCO समिट में हर तरफ भारत का बोलबाला है। इसकी गवाही तियानजिन से आई तस्वीरें खुद दे रही हैं। एक तरफ जहां भारत, रूस और चीन ने साथ मिलकर अमेरिका की टैरिफ धौंस की कड़ी निंदा की है, वहीं दूसरी तरफ वैश्विक अर्थव्यवस्था में बड़ी भागीदारी निभाने वाले SCO के सदस्य देशों ने पहलगाम हमले की साझा निंदा कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का पूरा साथ दिया है। ऐसे में विशेषज्ञों ने भी भारत की विदेश नीति और कूटनीति की जमकर तारीफ की है। वहीं मोदी सरकार में अहम भूमिका निभा चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने कहा है कि भारत एक स्टार पॉवर बन गया है।
एमजे अकबर ने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के सामने ना झुकने के लिए केंद्र सरकार की सराहना की है। सोमवार को एक बयान में एमजे अकबर ने कहा, “बीते दो दिनों में दो बातें उभरकर आई हैं। भारत एक प्रभावशाली शक्ति बन गया है, जो जापान, चीन और रूस जैसे अन्य एशियाई देशों के साथ मिलकर एशियाई सदी का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाएगा। यह भारत द्वारा अर्जित किए गए नए सम्मान का नतीजा है। भारत एक स्टार पॉवर बन गया है। यह इसीलिए हो पाया क्योंकि भारत एक सुपरपावर के आगे नहीं झुका। भारत ने अपने सिद्धांतों के आधार पर उसका सामना किया है।”
अमेरिका के तर्क बेतुके- एमजे अकबर
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “यह संदेश हर तरफ पहुंच रहा है। और इसके प्रभाव दिखने भी शुरू हो गए हैं। जापान ने अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर चर्चा रोक दी है। विरोध शुरू हो गया है। दूसरी बात कि अब अमेरिका के पास फालतू के तर्क भी नहीं बचे हैं।” एमजे अकबर ने ट्रंप के सहयोगी पीटर नोवारो का नाम लेते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों से उन्होंने जिस तरह के बयान दिए हैं उनका कोई तुक नहीं है। अकबर ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप को यह समझना होगा कि उन्होंने अमेरिका को कमजोर कर दिया है।”
भारत-चीन की दोस्ती पर भी बोले
वहीं SCO शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-चीन के एक साथ आने पर एमजे अकबर ने कहा है कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है। उन्होंने कहा है कि इस नई दोस्ती से वैश्विक व्यवस्था में बड़ा बदलाव आ सकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यह एक बहुत ही अहम घटनाक्रम है। दोनों देशों ने अपनी भाषा और अपने तरीके से इसके संकेत दिए हैं।
PM मोदी को मिला पुतिन-जिनपिंग का साथ
बता दें कि पीएम मोदी इन दिनों SCO शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन के ऐतिहासिक दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने चीन पुतिन और शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी की हैं।प्रधानमंत्री मोदी की यह चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका ने रूसी तेल की खरीद का हवाला देते हुए भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने SCO समिट में अपने संबोधन में अमेरिका को संदेश देते हुए व्यापार को बढ़ावा देने के लिए SCO के सदस्य देशों के बीच संपर्क बढ़ाने की बात कही है। वहीं रूसी राष्ट्रपति पुतिन और जिनपिंग ने भी इसे वक्त की जरूरत बताया है।
