नयी दिल्ली. केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डा़ जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि अंतरिक्ष अभियान चंद्रयान- 3 से भारत का विज्ञान, प्रौद्योगिकी,नवाचार और स्टार्ट अप के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के मामले में कद बढ जायेगा।
डा़ सिंह बुधवार को यहां भारत-अमेरिका विज्ञान और प्रौद्योगिकी फोरम के एक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। इस कार्यक्रम में भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी भी मौजूद थे। कार्यक्रम में लोगों के जीवन स्तर में बदलाव के लिए क्वांटम टेक्नोलोजी और क्रत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में सहयोग के लिए भागीदारी का आह्वान किया गया।
डा़ सिंह ने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद उठाया गया है। श्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय और वैश्विक सामरिक साझेदारी में नया अध्याय शुरू करने पर जोर दिया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि दोनों देशों ने इसे अमलीजामा पहनाने पर तुरंत अमल किया है।
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका ने नयी ऊर्जा तथा नयी दिशा के साथ भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भागीदारी की रूपरेखा तैयार की है। इस भागीदारी से दोनों देशों के संबंधों में भी नयी मजबूती आयेगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्वांटम टेक्नोलोजी के क्षेत्र में निवेश से लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आयेगा और इसका प्रभाव स्वास्थ्य, कृषि, जलवायु परिवर्तन और अन्य क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। संयुक्त आह्वान के तहत 31 अगस्त तक दोनों देशों के संयुक्त उपक्रम निवेश से संबंधित प्रस्ताव दे सकेंगे।
