नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में लगभग ढाई साल की देरी हो चुकी है। लेकिन, अब ऐसा माना जा रहा है कि इस महीने निश्चित तौर पर सत्ताधारी पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। क्योंकि, अधिकतर राज्यों को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल चुका है और नई कार्यकारिणी भी तय हो चुकी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में इनकी ही भूमिका रहने वाली है। इस बीच मीडिया में एक रिपोर्ट आई है कि भाजपा को पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकती है।
साथ ही एक और ओबीसी नेता का नाम भी सामने आया है, जिसे अंतिम समय में रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य का नाम अबतक राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चर्चा में उतनी गंभीरता से कभी नहीं था।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी को पहली बार महिला अध्यक्ष मिल सकती है। इसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। उनकी हाल ही में पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा पार्टी महासचिव बीएल संतोष से हाल ही में बीजेपी हेडक्वार्टर में मुलाकात हुई थी। इसलिए, उनके नाम की चर्चा भी की जा रही है। एक तर्क ये भी दिया जा रहा है कि दक्षिण भारतीय होने और पार्टी तथा मोदी सरकार की जानी-मानी चेहरा होने के कारण वह पार्टी की महिलाओं में पहली पसंद हो सकती हैं। यही नहीं, 33% महिला आरक्षण के बाद ये बीजेपी के लिए भी फिट बैठती हैं।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि अभी भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम सबसे आगे है। रिपोर्ट में एक नेता के हवाले से बताय गया कि कि पार्टी किसी ओबीसी चेहरे पर ही दांव खेलेगी तथा इसके तहत दूसरा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम रेस में है। लेकिन, नेता ने बताया कि इस साल बिहार विधानसभा चुनाव, 2026 में पश्चिम बंगाल चुनाव तथा 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए मौर्य को ही कमान दिए जाने की पूर्ण संभावना है। भाजपा पदाधिकारी ने बताया कि मौर्य और प्रधान दोनों का आरएसएस वाला बैकग्राउंड है, इसलिए संघ को भी इन दोनों नेताओं के नाम पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में ज्यादा देरी देश की राजनीति में इस समय बड़े चर्चा का विषय बना हुआ है। संसद तक के अंदर इस मुद्दे पर चुटकियां ली जा चुकी हैं। मौजूदा अध्यक्ष तथा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का कार्यकाल 2023 के जनवरी में ही खत्म हो गया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की वजह से उनका कार्यकाल जून, 2024 तक बढ़ाया गया था। फिर हरियाणा, महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर के साथ-साथ दिल्ली विधानसभा चुनावों के कारण लगातार उनके कार्यकाल को विस्तार मिलता रहा। बाद में संगठनात्मक चुनावों में देरी की वजह से यह चुनाव टलता गया। लेकिन, अब जब अधिकतर राज्यों में संगठनात्मक चुनाव हो गए हैं, ऐसे में पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस महीने पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।
