नई दिल्ली, इंग्लैंड की टेस्ट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी साल के आखिर में खेली जाने वाले प्रतिष्ठित एशेज सीरीज से पहले एक बड़ा झटका लगा है। टीम के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर जेमी ओवरटन ने रेड-बॉल क्रिकेट से अनिश्चितकाल के लिए ब्रेक लेने का फैसला किया है, जिससे वह इस आगामी एशेज सीरीज से बाहर हो गए हैं। 31 वर्षीय ओवरटन ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि शारीरिक और मानसिक रूप से सभी प्रारूपों में खेलना अब उनके लिए संभव नहीं है।
जेमी ओवरटन ने अपने पोस्ट में साफ किया कि वह अब पूरी तरह से व्हाइट-बॉल क्रिकेट (वनडे और टी20) पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि वह जितना हो सके, उतने लंबे समय तक उच्चतम स्तर पर खेलना जारी रखें। ओवरटन के इस फैसले से इंग्लैंड के चयनकर्ताओं की योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं, क्योंकि उन्हें एशेज दौरे के लिए टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा था। हालांकि, उनकी टेस्ट टीम में जगह पक्की नहीं थी, लेकिन कोच ब्रेंडन मैकुलम और टीम मैनेजमेंट उनकी क्षमताओं के प्रशंसक रहे हैं।
बता दें कि जेमी ओवरटन के करियर पर बार-बार लगने वाली चोटों का गहरा असर पड़ा है। उन्हें पीठ में स्ट्रेस फ्रैक्चर की समस्या रही है, जिसके कारण वह अब तक सिर्फ दो टेस्ट मैच ही खेल पाए हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच इसी साल जुलाई में भारत के खिलाफ ओवल में खेला था। उस मैच में वह पहली पारी में कोई विकेट नहीं ले पाए थे, लेकिन दूसरी पारी में 2 विकेट उनको मिले थे। उस मैच के बाद ओवरटन को कंधे की चोट भी लगी थी, जबकि 2022 में उन्होंने पहला टेस्ट मैच खेला था, जिसमें उन्होंने शानदार 97 रन बनाए थे।
इंग्लैंड की टीम की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि ओवरटन से पहले क्रिस वोक्स भी कंधे की चोट से परेशान हैं, जबकि मार्क वुड घुटने की सर्जरी के बाद वापसी कर रहे हैं। हालांकि, इंग्लैंड के पास अब भी कई तेज गेंदबाज विकल्प मौजूद हैं। टीम प्रबंधन को अब जोफ्रा आर्चर, जोश टोंग, गस एटकिंसन और ब्रायडन कार्स जैसे गेंदबाजों को फिट रखने के लिए प्लानिंग करनी होगी। ओवरटन का ये फैसला टेस्ट क्रिकेट से उनकी संभावनाओं को समाप्त करने वाला लग रहा है, क्योंकि वे अभी तक 2 ही टेस्ट खेले हैं।
