जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अकाल वन क्षेत्र में सेना और आतंकवादियों के बीच 9 दिन से जारी मुठभेड़ (ऑपरेशन अखल) में अब तक 3 आतंकियों के ढेर होने की सूचना है। हालांकि, आधिकारिक स्रोतों ने अभी तक केवल एक आतंकी का शव बरामद किया है। इस ऑपरेशन के दौरान कुलगाम में रातभर चली भीषण गोलीबारी में सेना के 4 जवान घायल हुए हैं, जबकि 2 वीर जवान शहीद हो गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, घने जंगल और प्राकृतिक गुफाओं जैसे मुश्किल इलाकों का फायदा उठाकर कम से कम तीन या उससे अधिक आतंकी अभी भी छिपे हुए हैं। यह मुठभेड़ पिछले कई दशकों में सबसे लंबे समय तक चलने वाला आतंकवाद-विरोधी अभियान बन गई है।
कुलगाम ऑपरेशन में लांस नायक प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह की शहीद हो गए। भारतीय सेना ने शहीद जवानों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया है। चिनोर कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा, “सेना शोकग्रस्त परिवारों के साथ खड़ी है। यह ऑपरेशन अभी भी चल रहा है।”
दोनों वीर जवानों की बहादुरी और बलिदान को सलाम करते हुए सेना ने उनके परिवारों के प्रति संवेदना जताई है।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले के अखल देवसर इलाके में 1 अगस्त 2025 को शुरू हुआ सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ नौवें दिन भी जारी है। यह इस साल कश्मीर घाटी में चलाया जा रहा सबसे लंबा सैन्य अभियान बन गया है।
इस अभियान में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। संदिग्ध आतंकवादियों को घेरने के लिए क्षेत्र में सुरक्षा घेरा कड़ा कर दिया गया है, और दोनों पक्षों के बीच लगातार गोलीबारी हो रही है।
आतंक के सहयोगियों के ठिकानों पर छापा
वहीं एक तरफ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने किश्तवाड़ जिले में पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठनों के सहयोगियों के ठिकानों पर छापा मारा है। यह जानकारी किश्तवाड़ मुख्यालय के डीएसपी द्वारा सार्वजनिक की गई है।
