मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में स्थित है, जिसे दक्षिण भारत के कैलाश के नाम से भी जाना जाता है। यह ज्योतिर्लिंग पार्वती माता और शिव जी का संयुक्त रूप माना गया है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है। महाकालेश्वर को महाकाल के नाम से भी जाना जाता है।
ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग भी मध्य प्रदेश में स्थित है। मान्यता है कि भोलेनाथ जब तीनों लोक का भ्रमण कर लेते हैं तो विश्राम करने के लिए रात में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में प्रस्थान करते हैं। ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग से जुड़ी एक और मान्यता है की माता पार्वती और शिव जी इस ज्योतिर्लिंग में चौसर भी खिला करते हैं।
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में केदारनाथ ज्योतिर्लिंग स्थित है, जो भगवान शिव को बेहद प्रिय है। सभी ज्योतिर्लिंग में यह ज्योतिर्लिंग सबसे ऊंचा माना गया है। शिव पुराण और स्कंद पुराण में भी केदारनाथ का वर्णन मिलता है।
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग
महाराष्ट्र में भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग काफी बड़ा और चौड़ा मंदिर है। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि इसी ज्योतिर्लिंग के स्थान पर शिव जी ने त्रिपुरासुर राक्षस का संहार भी किया था साथ ही भीम की रक्षा की थी।
काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग बेहद प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग माना जाता है। मान्यता है कि मुक्ति पाने के लिए जीवन में कम से कम एक बार इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन जरूर करना चाहिए। बनारस को काशी के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान की शिव की नगरी है। मान्यता है कि शिवजी के त्रिशूल पर पूरी काशी नगरी टिकी हुई है।
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग में त्रिदेव के प्रति तीन छोटे-छोटे शिवलिंग विराजमान ऐसा माना जाता है कि इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है।
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग क्या आपको पता है वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग को रावण ने स्थापित किया था? पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की कृपा पाने और उन्हें खुश करने के लिए इसी ज्योतिर्लिंग के स्थान पर रावण ने अपने नौ सिर काटकर भगवान शिव को भेंट किए थे। तब भगवान शिव ने प्रसन्न होकर रावण को वरदान दिया था। इस ज्योतिर्लिंग को रावणेश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता है, जो झारखंड में स्थित है।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग नागों का ईश्वर यानी नागेश्वर। भगवान शिव का नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारका में स्थित है।
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग शिव पुराण के अनुसार, भगवान श्री राम के द्वारा रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का निर्माण किया गया था। इसी कारण इस ज्योतिर्लिंग का नाम रामेश्वरम है। भगवान शिव का 11वां रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु में स्थित है। माना जाता है कि रावण से युद्ध करने से पहले समुद्र तट पर बालू से शिवलिंग का निर्माण कर भगवान श्री राम ने शिवजी की पूजा की थी।
घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग
घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग सभी 12 ज्योतिर्लिंगों में से सबसे छोटा ज्योतिर्लिंग घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग माना जाता है जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है।
