गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा एनओसी, एग्रीमेन्ट, लाईसेन्स, सिलेन्डर स्टोरेज के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों पर राशि जमा करवाई गई थी। गैस एजेंसी देने के नाम पर लोगों को फंसा कर लाखों रुपए की ठगी करने वाले आरोपी अनिरबन मैती और रिपी सिंह को राज्य सायबर पुलिस जोन जबलपुर ने गिरफ्तार किया है।
इन आरोपियों द्वारा रजिस्ट्रेशन फीस, KYC फीस, एनओसी, एग्रीमेन्ट, लाईसेन्स, सिलेन्डर स्टोरेज के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों पर राशि जमा करवाई गई। जिसमें आरोपी ने करीब 5 लाख रूपए की धोखाधड़ी की। वहीं पुलिस ने आरोपियों से 40 हज़ार नगद और कुछ कागजाद बरामद किए है।
क्या था पूरा मामला
पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि, एक महिला के पास फोन आया, जिसमें गैस एजेंसी देने के लिए उससे कहा गया। इसके साथ ही 16 जनवरी 2020 को वेबसाइट पर जाकर गैस एजेंसी लेने के लिए फार्म भी भराए गए। 19 जनवरी को एजेंसी डीलरशिप में रजिस्ट्रेशन सफल होने का ईमेल मिला।
इसके बाद महिला को एप्रूवल फार्म भेजा गया। इसके बाद ठगों ने मोबाइल फोन पर बातचीत करना शुरू किया। इसके बाद ठगों ने रजिस्ट्रेशन फीस, केवायसी फीस, एनओसी, एग्रीमेन्ट, लाईसेन्स, सिलेन्डर स्टोरेज के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों पर राशि जमा कराई। इसके तरह लगभग 5 लाख की ठगी हुई।
जब मामले की शिकायत पुलिस को मिली तो जबलपुर में स्टेट सायबर सेल पुलिस ने मामले की जांच में एक टीम को पश्चिम बंगाल भेजा। जहां से अनिरबन मैती व रिपी सिंह आर सरानी जिला को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है।
