52 वर्षीय पार्श्व गायक ने कहा, जिस लता मंगेशकर अलंकरण समारोह में प्रस्तुति देने के लिए मैं 30 वर्ष पूर्व इंदौर आया था, उसी सम्मान समारोह में मुझे आज यह सम्मान मिलना बेहद गौरव का पल है।
मध्यप्रदेश सरकार ने सुगम संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मशहूर पार्श्व गायक सोनू निगम को इंदौर में रविवार को राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान से नवाजा। मंगेशकर की 96वीं जयंती पर उनकी जन्मस्थली में निगम को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह सम्मान प्रदान किया।
सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री यादव ने मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, भारत रत्न लता मंगेशकर ने अपने स्वर से भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके नाम पर दिया जाने वाला यह सम्मान अद्वितीय है। यह उन कलाकारों के योगदान को नमन है जिन्होंने गीत-संगीत के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निगम को लता मंगेशकर अलंकरण से सम्मानित कर गौरवान्वित महसूस कर रही है। इस अवसर पर अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में निगम ने भावुक स्वर में कहा, लता जी हमारे लिए केवल प्रेरणा नहीं, बल्कि संगीत की जीती-जागती परंपरा रही हैं। इस सम्मान को पाकर मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रहा हूँ। यह क्षण मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक है।
52 वर्षीय पार्श्व गायक ने कहा, जिस लता मंगेशकर अलंकरण समारोह में प्रस्तुति देने के लिए मैं 30 वर्ष पूर्व इंदौर आया था, उसी सम्मान समारोह में मुझे आज यह सम्मान मिलना बेहद गौरव का पल है।
मंगेशकर का जन्म इंदौर में 28 सितंबर 1929 को हुआ था। उन्होंने मुंबई में छह फरवरी 2022 को 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली थी। वर्ष 1984 में स्थापित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान, सुगम संगीत के क्षेत्र में कलात्मक श्रेष्ठता को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश के संस्कृति विभाग का दिया जाने वाला सालाना अलंकरण है। गुजरे बरसों में नौशाद, किशोर कुमार और आशा भोंसले सरीखी हस्तियों को भी इस सम्मान से नवाजा जा चुका है।
