भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने जो रूट को पांचवें मैच के चौथे दिन के आखिरी सेशन में आउट करने में सफल होने पर खुशी जाहिर की है। कोच का मानना है कि जो रूट ने उनकी रातों की नींद हराम की है। ओवल में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रनों का लक्ष्य रखा था, एक समय भारतीय टीम जीत की प्रबल दावेदार नजर आ रही थी लेकिन जो रूट और हैरी ब्रूक के बीच हुई 195 रनों की साझेदारी ने भारत के हाथ से जीत लगभग छीन ली है। जो रूट एक बार फिर भारत की जीत की राह का रोड़ा बन गए।
जो रूट ने पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में 152 गेंद में 105 रन की पारी खेली। उनके आउट होने पर भारतीय खेमे में राहत साफ देखी जा सकती है। क्योंकि उसके बाद कम टारगेट होने के बावजूद भारतीय गेंदबाज इंग्लिश बल्लेबाजों पर हावी होते हुए नजर आए। भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ”मैं बहुत खुश था बहुत ज्यादा। आप जानते हैं कि जो रूट ने मेरी कई रातों की नींद गायब की है, हमारी रातों की नींद उड़ाई है। और जाहिर है एक बार फिर उन्होंने अपनी क्लास दिखाई। हां, इसलिए काफी खुश हूं कि हम उन्हें आउट करने में सफल रहे।”
आखिरी टेस्ट में भारत ने दो स्पिन बॉलिंग ऑलराउंडर और एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के साथ उतरने का फैसला किया। हालांकि ओवल पर स्पिनरों को ज्यादा मदद नहीं मिलती, ऐसे में तीन तेज गेंदबाजों पर ही पूरा भार आया, जिससे शुभमन गिल के लिए मुश्किलें बढ़ गई थी।
उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो अब तक हर चयन से पहले यही बात होती थी। टेस्ट मैच से पहले हमें लगा कि अगर आप विकेट और पहले तीन दिनों की परिस्थितियों को देखें तो उन्हें लगा कि अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरना महत्वपूर्ण होगा।”
