पिछले कुछ सालों से भारत में बने आईफोन ने कमाल कर दिखाया है। विदेशों में मेड इन इंडिया आईफोन की जबरदस्त डिमांड है। रिटेलर्स के साथ सरकार की ओर से जारी किए आंकड़ों ये बात साफ पता चलती है।
एप्पल ने अपने रिटेलर्स के माध्यम से साल 2025 के अप्रैल से जून महीने की तिमाही में भारत से 6 अरब डॉलर की कीमत के आईफोन एक्सपोर्ट किए हैं, जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले में 83 प्रतिशत ग्रोथ को दिखाता है।
फाइनेंशियल ईयर 2025 की पहली तिमाही में एक्सपोर्ट सिर्फ 3.2 अरब डॉलर रहा था, जिससे इस साल की पहली तिमाही ना सिर्फ एप्पल की अब तक की बेस्ट परफॉर्मेंस रही बल्कि स्मार्टफोन एक्सपोर्ट के मामले में भी भारत की अब तक की सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट वाली तिमाही रही है।
स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में हुई बढ़त
इंडस्ट्री के अनुमान के अनुसार, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये बताया गया है कि एप्पल की बदौलत भारत का टोटल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट फाइनेंशियल ईयर 2026 की पहली तिमाही में 58 फीसदी तक उछलकर 7.72 अरब डॉलर हो गया है, जो पिछले साल की समान तिमाही के दौरान सिर्फ 4.9 अरब डॉलर से कई गुना ज्यादा है। एक्सपोर्ट के मामले में अकेले एप्पल का एक्सपोर्ट करीब 78 प्रतिशत रहा है।
पीएलआई स्कीम का हुआ फायदा
साल 2020 में शुरु की गई पीएलआई स्कीम से भारत के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट को बूस्टर डोज मिला है। फाइनेंशियल ईयर 2021 की बात की जाए, तो भारत का स्मार्टफोन एक्सपोर्ट उस समय सिर्फ 3.1 अरब डॉलर रहा था, लेकिन फाइनेंशियल ईयर 2025 में ये बढ़कर 24.1 अरब डॉलर तक हो गया, जिसमें एप्पल का कंट्रीब्यूशन 17.5 अरब डॉलर रहा है।
ट्रंप टैरिफ का हो सकता है असर
एप्पल का ये शानदार प्रदर्शन भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के लिए एक ऐतिहासिक जीत है। हालांकि ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के चलते इसकी स्थिरता को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन अभी स्मार्टफोन एक्सपोर्ट पर अस्थायी तौर पर छूट दी गई है, क्योंकि इसकी अगली समीक्षा 2 हफ्ते के बाद की जाएगी। इसको लेकर 14 अगस्त तक एक रिपोर्ट जारी होने की भी उम्मीद की जा रही है।
